एक दीया सबकी खुशहाली के नाम
इस दिवाली में ऐसा दीया जलाएं कि
सभी के दिलों से ‘अँधेरे’ का नाश हो
सदा के लिए हर दिल में प्रकाश हो
हर आँगन में लक्ष्मी का निवास हो|
दुःख, दर्द एवं दरिद्रता का नाश हो
भय, भूख, भ्रष्टाचार का विनाश हो
जाति व धर्म का ना नामो निशां हो
सत्तासीन लोगों के अहं का नाश हो
पूरी दुनिया में समरसता का वास हो|
न किसी दिल में कोई ‘मैल’
रह जाए
न ही किसी के घर का चूल्हा उदास हो
न रहे किसी के घर में कहीं भी अंधेरा
घर के हर कोने में रोशनी का वास हो
आइए, आज एक दीया ऐसा भी जलाएँ |
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